मंगलवार, 14 मार्च 2017

पोषक तत्वों का पौधों की आवश्यकतानुसार वर्गीकरण -

पौधें जड़ो के द्वारा भूमि से पानी एवं पोषक तत्व तथा वायु से कार्बन डाइआक्साइड तथा सूर्य से प्रकाश व ऊर्जा लेकर अपने विभिन्न भागों का निर्माण करते है !

●पोषक तत्वों को पौधों की आवश्यकतानुसार निम्न प्रकार वर्गीकृत किया गया है -

1. मुख्य पोषक तत्व - नाइट्रोजन , फास्फोरस तथा पोटाश

2.गौण पोषक तत्व  - कैल्शियम , मैग्नीशियम
एवं गंन्धक !

3.सूक्ष्म.पोषक तत्व  - लोहा , जिंक , कॉपर , मैग्नीज , मलिब्डेनम , बोरॉन एवं क्लोरीन इत्यादि !

●पौधों में आवश्यक पोषक तत्व एवं उनके कार्य  -

(1) पौधे के सामान्य विकास एवं वृद्धि हेतु 16 केवल पोषक तत्व की आवश्यकता पड़ती है इनमें से किसी भी एक पोषक तत्व की कमी होने पर पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और भरपूर उपज नहीं मिल पाती है

(2) कार्बन हाइड्रोजन व ऑक्सीजन को पौधे हवा एवं जल से प्राप्त करते है!

(3) नाइट्रोजन फास्फोरस एवं पोटेशियम को को देख मिट्टी से प्राप्त करते हैं इनकी पौधों को काफी मात्रा में जरूरत पड़ती है इन्हें प्रमुख पोषक तत्व कहते हैं नंबर 4 कैल्शियम मैग्नीशियम एवं गंधक को पहुंचे कम मात्रा में ग्रहण करते हैं इन्हें गोड्या दुतीय पोषक तत्व कहते हैं

(5) लोहा जस्ता मैंगनीज़ दावा बोरान मोलिब्डेनम और क्लोरीन पत्तों की पौधों को काफी मात्रा में आवश्यकता पड़ता है इन्हें सूक्ष्म पोषक तत्व कहते हैं

● पोषक तत्वों के कार्य-

1. Nitrogen(नाइट्रोजन)- ★ सभी जीवित उतकों को यानी जड़ ,तना,  पत्ती की वृद्धि और विकास में सहायक हैं!

★क्लोरोफिल प्रोटोजोवा प्रोटीन और न्यूक्लिक अम्लों का महत्वपूर्ण अवयव है

★पत्ती वाली सब्जियों और चारे की गुणवत्ता में सुधार करता है

2. फास्फोरस -
★ पौधों के वर्धन शील अग्रभाग बीज और फलों के विकास हेतु आवश्यक है !
★ कोशिका विभाजन के लिए आवश्यक है! ★जड़ो के विकास में सहायक होता है न्यूक्लिक अम्लों ,प्रोटीन फास्फोलिफिड और सहविकारों   का अवयव है!
★ अमीनो अम्लों का अवयव है

3. Potassium(पोटैशियम)-

◆ एंजाइमों की क्रियाशीलता बढ़ती है ठंडे और बादल युक्त मौसम में पौधों द्वारा प्रकाश प्रयोग में वृद्धि करता है जिससे पौधों में ठंडक और अन्य  प्रतिकूल परिस्थितियों को सहन करने की क्षमता बढ़ जाती है!

◆ कार्बोहाइड्रेट स्थांतरण प्रोटीन संश्लेषण और इनकी स्थिरता  बनाए रखने में मदद करता है!

■ पौधों की रोग प्रतिरोधी क्षमता में वृद्धि होती है इसके उपयोग से दाने आकार में बड़े हो जाते हैं!
◆ फलों और सब्जियों में गुणवत्ता में वृद्धि होती है !

4. कैल्शियम -
कोशिका भित्ति का एक प्रमुख अवयव है जो कि सामान्य कोशिका विभाजन के लिए आवश्यक होता है !

◆कोशिका झिल्ली की स्थितरता बनाए रखने में सहायक होता है !
इन एंजाइमों की क्रियाशीलता में वृद्धि करता है!

◆ पौधों में जैविक अम्लों  को उदासीन बनाकर उनके विषाक्त प्रभाव को समाप्त करता है!

● कार्बोहाइड्रेट के स्थांतरण में मदद करता है!

5. मैग्नीशियम -
क्लोरोफिल का प्रमुख तत्व है जिसके बिना प्रकाश संश्लेषण (भोजन निर्माण ) संभव नहीं है !

★कार्बोहाइड्रेट्स उपाचय न्यूक्लिक अम्लों के संश्लेषण आदि  में भाग लेने वाले ने एंजाइम  कि क्रियाशीलता में वृद्धि करता है !

फास्फोरस के अवशोषण और स्थांतरण में वृद्धि करता है !

6. गंधक -
प्रोटीन संरचना को स्थिर बनाए रखने में सहायता करता है!
★ तेल संश्लेषण और क्लोरोफिल निर्माण में मदद करता है !

विटामिन के उपायचय  क्रिया में योगदान करता है !

7.जस्ता  -
★पौधों द्वारा फास्फोरस और नाइट्रोजन के उपयोग में सहायक होता है !न्यूक्लिक अम्ल और प्रोटीन संश्लेषण में मदद करता है !

★हार्मोन के जैव संश्लेषण में योगदान करता है !
अनेक प्रकार के खनिज एंजाइमों  आवश्यक अंग है !

8.तावा  - पौधों में विटामिन ए  के निर्माण में वृद्धि करता है लेकिन अनेक एंजाइम घटक  हैं !

9. लोहा  - पौधों में क्लोरोफिल के संश्लेषण के लिए आवश्यक होता है ! न्यूक्लिक अम्ल के उपाचय एक आवश्यक भूमिका निभाता है!
तथा अनेक एंजाइमो का अवयव है!

10.मैगनीज  - प्रकाश और अधेरे की अवस्था में पादप कोशिकाओं में होने वाली क्रियाओं में होने वाली क्रियाओं को नियंत्रित करता है !
नाइट्रोजन के उपाचय और क्लोरोफिल के संश्लेषण में भाग लेने वाले एंजाइमों की क्रियाशीलता बढ़ा देता है तथा पौधों में होने वाली अनेक महत्वपूर्ण एंजाइम युक्त और कोशिकीय प्रतिक्रियाओं के संचालन में सहायक है!  कार्बोहाइड्रेट के आक्सीकरण के फलस्वरुप कार्बन ऑक्साइड जल का निर्माण करता है!

11. बोरोन  - प्रोटीन संश्लेषण के लिए आवश्यक है कोशिका विभाजन को  प्रभावित करता है ! कैल्शियम के अवशोषण और पौधों द्वारा उसके उपयोग को प्रभावित करता है कोशिका  झिल्ली की पारगम्यता  को  बढ़ाता है फलस्वरुप कार्बोहाइड्रेट के स्थानांतरण में मदद मिलती  है ! एंजाइमों की क्रियाशीलता में परिवर्तन लाता है

12. मोलिब्डेनम - कई एंजाइमों का अवयव है! और नाइट्रोजन उपयोग और नाइट्रोजन यौगिकीकरण में मदद करता है! हाइड्रोजन यौगिकीकरण में राइजोबियम जीवाणु के लिए आवश्यक होता है  !

13.क्लोरीन  - क्लोरीन पादप हार्मोन ओ का अवयव है बीजों में यह इण्डोलएसिटक  एसिड का स्थान ग्रहण कर लेता है एंजाइमों की क्रियाशीलता में वृद्धि करता है कवको और जीवाणुओं में पाए जाने वाले अनेक यौगिकों का अवयव.है! पौधों के सर्वाधिक वृद्धि के लिए उपयुक्त सभी पोषक तत्व किया उपलब्धता आवश्यक होती है!

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