मंगलवार, 14 मार्च 2017

कृषि के अन्तर्गत आने वाले सभी पेड़ - पौधों के वानस्पतिक नाम

1. टमाटर - लाइकोपर्सिकम  एस्कुलेन्टम

कुल- सोलेनेसी

2. बैगन - सोलेनम मेलोन्जीना
कुल- सोलेनेसी

3.मिर्च - कैप्सिकम स्पेशीज
कुल- सोलेनेसी

4.फूलगोभी- ब्रेसिका ओलेरेसिया व्रोट्राइटिस
कुल - क्रूसीफेरी या ब्रेसीकेसी

5.बन्दगोभी - ब्रेसिका ओलेरेसिया कैपीटाटा
कुल- क्रूसीफेरी

6.गॉठगोभी- ब्रेसिका ओलेरेसिया
कुल - क्रूसीफेरी

7.भिण्डी - अवेलमोस्कस एस्कुलेन्टस
कुल - मालवेसी

8.प्याज - एलिएम सैपा
कुल - लिलिएसी

9.लहसुन - एलियम सेटाइवम
कुल - ऐमरलिडेसी

10.गाजर - डौकस कैरोटा
कुल- अमवैलीफेरी

11.मूली -  रेफेनस सैटाइवस
कुल - क्रूसीफेरी

12.शलजम - ब्रेसिका रैपा
कुल- क्रूसीफेरी

13. चुकन्दर - बीटा बुल्गेरिस
कुल - चीनोपोडियेसी

14.मटर - पाइसम सेटाइवम
कुल - लेग्यूमिनेसी या फेबेसी

15. ग्वार - साइमोप्सिस
कुल - लेग्यूमिनेसी

16.सेम - डॉलीकस लवलव
कुल - लेग्यूमिनेसी

17.लोबिया - विग्ना अनग्यूकूलेटा
कुल - लेग्यूमिनेसी

18.पालक - बीटा बलोरिस
कुल - लेग्यूमिनेसी

19.मैथी - ट्राइगोनेला फीनस
कुल - लेग्यूमिनेसी

20.चौलाई - एमरेन्थस
कुल - एमरेन्थसी

21.राजमा या फ्रेन्चबीन - फेलियोलस बुल्गेरिस
कुल - लेग्यूमिनेसी

22.लौकी - लेजीनेरिया सिसनेरिया
कुल - कुकुरबिटेसी

23.तोरई - लूफा एक्येगुला
कुल- कुकुरबिटेसी

24.कद्दू - कुकुरबिटा मौसचेटा
कुल- कुकुरबिटेसी

25.करेला - मेमोर्डिका चेरेंटिका
कुल - कुकुरबिटेसी

26.तरबूज - सिदलस लेनेटस
कुल- कुकुबिटेसी

27. खरबूज - कुकुमिस मेलो
कुल - कुकुरबिटेसी

28. टिन्डा  - सिटलस लेटेनस
कुल - कुकुरबिटेसी

29.ककड़ी - कुकुबिटा मीली युटीलिसियम
कुल- कुकुरबिटेसी

30.खीरा - कुकुरबिटा सेटाइवस
कुल - कुकुरबिटेसी

31.शकरकन्द - आईपोमिया बटाटा
कुल - कौनवोलवुलेसी

32.आलू - सोलेनम ट्यूबरोसम
कुल - सोलेनेसी

33.आम - मेन्जीफेरा इंडिका
कुल - एनाकार्डिएसी

34.अमरूद - साइडियम ग्वाजावा
कुल- मायरटेसी

35.ऑवला - एमब्लिका ऑफीसिनेलिस
कुल -यूफोरविएसी

36.नीबू - सिट्रसओ रेन्टीफोलिया
कुल - रूटेसी

37.अंगूर - विटिस विनीफैरा
कुल - बिटेसी

38.पपीता - कैरीका पपाया
कुल - कैरीकेसी

39.बेर - जिजिफस जुजुबा अथवा जिजिफस मौरीटियाना
कुल - रैमनेसी

40.बेल - एजिल मारमेलोज
कुल - रूटेसी

41.केला - मूसा पैराडाइसिएका
म्यूजेसी

42.हल्दी - कुरकुमा लौगा
कुल  - जिन्जिबेरेसी

43.अदरक - जिन्जीबर ऑफिसिनेल
कुल - जिन्जिबेरेसी

44.हींग - फेरूला ऐसाफोइटिडा
कुल - एपिऐसी

45.पुदीना - मेन्था पिपरेटा
कुल - लेमिऐसी

46.लौग - साइजियम एरोमेटिकम्
कुल - मिरटेसी

47.इलाइची - इलिटेरिया कोडेर्मोमम
कुल - जिन्जिबिरेसी

48.धानियां - कोरिन्ड्रम सेटाइवस
कुल-एपिऐसी

49.सौंफ - फोनीकुल्म वल्गर
कुल - एपिएसी

50.जीरा - क्युमिनस् सायमिनस
कुल - एपीएसी

51.केसर - क्रोकस सेटाइवस
कुल -इरिडेसी

52.जामुन - शायजियम क्यूमिनी
कुल - मिरटेसी

53.तरबूज - सिर्टुँलस लेटेनस
कुल - कुकुरबिटेसी

54.सेब - पाइरस मैलस
कुल - रोजेसी

55.नाशपाती - पाइरस पाइरिफोलिया
कुल - रोजेसी(Rosaceae)

56.शहतूत - मोरस् एल्बा
कुल- मोरेसी

57.पीपल - पाइपर लौगंम
कुल - मोरेसी

58.नारियल - कोकोस न्यूसीफेरा
कुल - एरिकेसी

59.चाय - केमेलिया साइनेसिस
कुल - थिऐसी

60.कॉफी - कॉफिया अरेबिका
कुल - रूबिऐसी

61.सनाय - केसिया आंगीटफोलिया
कुल -

62.सर्पगंन्धा - रौवांल्फिया सपेर टाइना
कुल - एपोसाइनेसी

63.अश्वगंन्धा - विथेनिया सोमनीफेरा
कुल - सोलेनेसी

64.कुनैन - सिनकोना केलीसाया
कुल - रूबिएसी

65.मौलसरी - माइम् सोप्स इलंगी
कुल - सेपोटेसी

66.सिंघाड़ा - ट्रापा नाटांस
कुल - लाइथ्रेसी

67.कमल - निलम्वो न्यूसीफेरा
कुल - निलम्वोनेसी

68.अशोक - सारेका इण्डिका
कुल - सीजलपीनिएसी

69.अर्जुन - टरमीनेलिया अर्जुन
कुल - कोम्ब्रीटेसी

70.घीक्वार - एलोय बारबिडेसिस
कुल - लिलिएसी

71.अमलतास - केसिआ फिटूला
कुल - सीजलपीनिएसी

72.ब्रायोफीलम - ब्रायोफिलम पिन्नेटम
कुल - क्रेसुलेसी

73.कंघी - एब्यूटीलोन इण्डीकम्
कुल - मालवेसी

74.सदाबहार - केथेरेन्थस रोजियम
कुल - एपोसाइनेसी

75.चिरचिटा - एकारेन्थस एस्पेरा
कुल - एमेरेन्थेसी

76.अरण्ड - रिसिनस कोम्यूनस
कुल -यूफोरबियेसी

77.पान - पाइपर बेटल
कुल - पाइपेरेसी

78.आक - कलोट्रोपिस प्रोसेरा
कुल - एसक्लीपिएडेसी

79.यूकेलिप्टस- यूकेलिप्टस गलोब्यूलस
कुल - माइरटेसी

80.गन्ना - सेकेरम् ऑफीसीनेरम
कुल - ग्रेमिनी या पोयसी

81.सूरजमुखी - हेलीऐन्थस एनस
कुल - एस्टरेसी (Asteraceae)

82.चना - सिसर एरिटिनम
कुल - लेग्यूमिनेसी (Leguminaseae)

83. मूंगफली - अरैकिस हाईपोजिया
कुल - लेग्यूमिनेसी

84.सोयाबीन - ग्लाइसिन मैक्स
कुल - लेग्यूमिनेसी या फेबेसी

85.सरसों  - ब्रेसिका स्पेशीज
कुल - क्रूसीफेरी (Crucifereae)

86.बजरा - पेनीसेटम अमेरिकानम
कुल - ग्रेमिनी

87. ज्वार - सोरघम बाईकलर
कुल -ग्रेमिनी या पोयसी

88.कपास - गोसीपियम स्पेशीज
कुल - मालवेसी

89. तम्बाकू - निकोटिया स्पेशीज
कुल - सोलेनेसी

90. बरसीम - ट्राइफोलियम एलेक्जेनन्ड्रिनम
कुल - लेग्यूमिनेसी

91. बरगद - फाइकस वेनगैलेंसिस
कुल - मोरेसी (moraceae)

92.संन्तरा - क्रिटरस साइनेनसीस
कुल - रूटेसी (Rutaceae)

93.लीची - लीची चाइनेसिस
कुल - सपिण्डेसी (Sapindaceae)

94.मसूर - लिनस कुलीनेरिस
कुल - फेबेसी (fabaceae)

95. लोबिया - विग्ना युनगियूइकुलाटा
कुल - फेबेसी

96.तिल - सिसामुम इण्डिकम
कुल - पेडालिएसी (pediluaceae )

97.अलसी - लाइनम यूसीटेटीसिमम
कुल - लिनेसी (linaceae)

98.आडू - प्रूनस पर्सिका
कुल - रोजेसी (Rosaceae)

99.लोकाट - इरिओट्रीया जापोनिका
कुल - रोजेसी

100.इमली - टैमेराइडस् इण्डिका
कुल - फेबेसी

101. काजू - एनाकार्डियम ओक्सीडेन्टल
कुल - एनाकार्डिएसी

102.पिस्टा - पिस्टेसिया वेरा
कुल - एनाकार्डिएसी ( Anacardiaceae)

103.बाकला - फैसेयोलस वल्गैरिस
कुल - फेबेसी
उपकुल - Faboideae)

104.कटहल - रटॉरपुस हेट्रॉफील्लुस (artocarpus heterophylla )
कुल (फॅमिली)-मोरेसी

105.जैतून  - ओलेआ एउरोपैआ
कुल - ओलिएसी (oleaceae )

106.कबिठ या कठबेल - लिमोन्या आकीदीस्सीमा ( liminia acidissima)
कुल - रूटेसी (Rutaceae)

107.रूमैक्स - रूमैक्स पेटीइनटीया
कुल - पोलीगोनेसी / polygonaceae

108.अफीम (opium) - पपबर सोम्निफेरूम(papaver sominiferum)
कुल - पपवरेसी (papaceraceae)

109.भांग - कंनबिस सेटाइवा( connbis sativa)

फैमिली - कंनबेसी

110.सुपारी - ऐरेका कैटेचु
कुल - ऐरेकेसी

111.कद्दू - कुकुरबिटा मोस्कैटा
कुल - कुकुबिटेसी

112.कुंदूर -  कॉक्सीनिया कॉर्डिफोलिया
कुल -

113.लौकी - लेजेनेरिया साइसेरिया
कुल - कुकुबिटेसी

114.खूबानी - प्रूनस अर्मेनिका
कुल - रोजेसी

पोषक तत्वों की कमी के कारण

1.नाइट्रोजन -

पौधों की बढवार रुक जाती है! तथा तना छोटा एवं पतला हो जाता है पत्तियां नोक  की तरह से पीली पड़ने लगती हैं!
यह प्रभाव पहले पुरानी पत्तियों पर पड़ता है तथा नई पत्तियां बाद में पीली पड़ती है

पौधों में टिलरिंग कम होती है फूल कम या बिल्कुल नहीं लगते हैं
फूल एवं फल गिरना प्रारंभ कर देते हैं दाने कम बनते हैं आलू का विकास घट जाता है!

2.फास्फोरस - (१) पौधों की वृध्दि कम हो जाती है तथा जड़ों का विकास भी  कम हो जाता है !

और पत्तियों का रंग गहरा हरा तथा किनारे कहरदार हो जाते हैं !

(२)पुरानी पत्तियां शेरों की तरह से सूखना शुरु कर देती है तथा उनका रंग तावे जैसा या बेगनी हरा हो जाता है !

(३)टिलरिंग घट जाती है!

(४) फल कम लगते हैं दोनों की संख्या भी कम  जाती है !

(५) अधिक कमी होने पर तना गहरा पीला पड़ जाता है !

3.पोटाश - (१)  पौधों में ऊपर की कालिकाओं की वृद्धि रुक जाती है !

(२) पत्तियां छोटी पतली व सिरो की  तरफ सूखकर  भूरी पड़ जाती है!
और मुड़ जाती हैं!

(३) पुरानी पत्तियां किनारो और सिरो पर झुलसी  हुई दिखाई पड़ती है!

तथा कई किनारों से सुखना प्रारंभ कर देती हैं!

तथा  किल्ले बहुत अधिक निकलते हैं !

(४) तने कमजोर हो जाते है! ओर  फल तथा बीज पूर्ण रूप  से विकसित नहीं हो पाते हैं तथा इनका आकार  छोटा सिकुड़ा हुआ एवं रंग हल्का हो जाता है !

(५) पौधों पर रोग लगने की संभावना अधिक होती है!

4.कैल्शियम - नए पौधों की पत्तियां सबसे पहले प्रभावित होती हैं !
ये प्राय: छोटी और असामान्यता गहरे हरे रंग की हो जाती हैं !

पत्तियों का अग्रभाग हुक के आकार का हो जाता है पत्तियों को देखकर इस तत्व की कमी आसानी से पहचानी  जा सकती है !

जड़ो  का विकास बुरी तरह प्रभावित होता है और जड़े सड़ने लगती लगती है !

अधिक कमी की दशा में पौधों की शीर्ष  कलिकाएं (वर्धनशील अग्रभाग ) सूख जाती हैं कलिकाएं और पुष्प परिपक्त अवस्था में गिर जाते हैं !

तनों की संरचना कमजोर हो जाती है

5.मैग्नीशियम - पुरानी पत्तियां किनारों और सिरो  से एवं मध्य भाग से पीली पड़ने लगती है!

तथा अधिक कमी की स्थिति से प्रभावित पत्तियां सूख जाती हैं ! और गिरने लगती हैं! पत्तियां आमतौर पर छोटी तथा अंतिम अवस्था में कड़ी हो सकती हैं और किनारों से अंदर की ओर मुड़ जाती हैं !

कुछ सब्जी वाली फसलों में नसों के बीच पीले धब्बे बन जाते हैं ! और अंत में संतरे के रंग के लाल और गुलाबी रंग के चमकीले धब्बे  बन जाते हैं !

टहनियां  कमजोर होकर फफूंद जनित रोग के प्रति संवेदनशील हो जाती हैं! साधारणता परिपक्त पत्तियां गिर जाती हैं!

6.गन्धक - नई पत्तियां एक साथ पीले हरे रंग की हो जाती हैं तने की वृद्धि रुक जाती है!

तना सक्त  लकड़ी जैसा पतला हो जाता है !

7.जस्ता - जस्ते  की कमी के मुख्य लक्षण पौधों के उपरी भाग से दूसरी या तीसरी पूर्ण परिपक्त पत्तियों से प्रारंभ होते हैं!

सोमवार, 16 जनवरी 2017

बी. एस . सी कृषि V सेमेस्टर

Subject- milk and milk processing/ दुग्ध एवं दुग्ध प्रक्रिया

Objective type questions

1. दूध की परिभाषा के अंतर्गत किस प्रकार का क्षरण आता है?
उत्तर- खीस रहित

2. सामान्य दूध में 5NF% क्या होनी चाहि

उत्तर- 8.5%

3. दूध में कुल ठोस औसतन के8तन होना चाहिए?

उत्तर- 17.03%

सोमवार, 2 जनवरी 2017

Uttar pradesh at a glance (2016)

उत्तर प्रदेश एक नजर में (Jan-2016) -

राजनीतिक:

★ उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री = श्री अखिलेश यादव

★उत्तर प्रदेश का राज्यपाल = श्री राम नाईक

★उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष = माता प्रसाद पाण्डेय

★ उत्तर प्रदेश का मुख्यसचिव = श्री आलोक रंजन

★उत्तर प्रदेश विधान सभा प्रणाली = द्विसदनी विधायिका

★उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय = इलाहाबाद उच्च न्यायालय

★ उत्तर प्रदेश में लोकसभा की कुल सीटें = 80

★उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की कुल सीटें = 31

★उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल सीटें = 404

शुक्रवार, 30 दिसंबर 2016

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ

●लखनऊ का परिचय -

लखनऊ भारत गणराज्य के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। लखनऊ नगर गोमती नदी के किनारे पर बसा हुआ है। लखनऊ, लखनऊ ज़िला और लखनऊ मंडल का प्रशासनिक मुख्यालय है। लखनऊ नगर अपनी ख़ास नज़ाकत और तहजीब वाली बहुसंस्कृति, आम के बाग़ों और चिकन की कढ़ाई, नामचीन कत्थक नृत्य कला का जन्मस्थल, बेगम अख़्तर की ग़ज़लों का सरूर लिए 'पहले आप' की तहज़ीबो-अदब और शाम-ए-अवध के लिए जाने जाना वाला नवाबी तबियत का पूरी दुनिया में एक ही शहर है। इस नगर को 'बाग़ों का शहर' भी कहा जाता है। यहाँ राजकीय संग्रहालय भी है। जिसकी स्थापना 1863 ई. में की गई थी। 500 वर्ष पुरानी मुस्लिम सन्त शाह मीना की क़ब्र भी यहीं पर है।

सामान्य विज्ञान

प्रश्न - मिटटी के घड़े या सुराही का पानी ठंडा क्यों होता है ?.

उत्तर : घड़े या सुराही मिट्‍टी से बनते इसीलिए उनमें अति छोटे छिद्र रहते हैं . जब हम घड़े-सुराही को जल से पूरा भर देते हैं तो जल के कण इन सुराखों से बाहर तक आ जाते हैं. बाहर की हवा और गरमी से घड़े या सुराही के सतह पर वाष्पीकरण होता है. वाष्पीकरण में जल की कुछ गरमी खर्च होती है और वाष्प बनने में जल कण गुप्त ऊष्मा ले लेते हैं . शेष बचे पानी को शीतल भी कर देते हैं..

उत्तर प्रदेश में प्रथम व्यक्ति

👉उत्तर प्रदेश में प्रथम

★उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री = श्री गोविन्द बल्लभ पंत

★ उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला मुख्यमंत्राी = सुचेता कृपलानी

★उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल = श्रीमती सरोजनी नायडू

★ उत्तर प्रदेश का वर्तमान नाम = 12 जनवरी, 1950 को रखा गया

★उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रथम अध्यक्ष = राजर्षि पुरुषोत्तम दास टण्डन

★ उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के प्रथम सभापति = चन्द्रभाल

★उत्तर प्रदेश से भारत के प्रधानमन्त्री= जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गाँधी, चौधरी चरण सिंह, राजीव गाँधी, विश्वनाथ प्रताप सिंह, चन्द्रशेखर एवं अटल बिहारी वाजपेयी

★उत्तर प्रदेश का प्रथम हिंदी दैनिक समाचार पत्र = हिन्दोस्तान ( प्रकाशन = 1887 ई मे प्रतापगढ़)

★उत्तर प्रदेश का प्रथम हिंदी साप्ताहिक = ‘बनारस अखबार’, जनवरी 1945 में काशी बनारस से प्रकाशित

★ उत्तर प्रदेश में प्रथम अंग्रेजी दैनिक = ‘लीडर’, प्रकाशन सन 1990

★उत्तर प्रदेश का प्रथम विश्व विश्वविद्यालय = इलाहाबाद विश्व विश्वविद्यालय, 1887

★ उत्तर प्रदेश की पहली महिला वकील = कारनेलिया सोराबजी, 1923

★ भारत का पहला ग्रामीण बैंक = मुरादाबाद और गोरखपुर में 2 अक्टुंबर 1975 को खुला

★भारत का पहला राष्ट्रीय पार्क = 1936 में स्थापित हेली पार्क है, जो वर्तमान में जिम कार्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखण्ड) है

★भारत में सर्व प्रथम उर्दू अकॅडेमी की शुरुवात उत्तर प्रदेश में हुई

★उत्तर प्रदेश की प्रथम अनुसूचीत जाति को महिला = बहन मायावती